सन 1947 ई0 में आजादी एवं भारत-पाक विभाजन के पश्चात भारत सरकार के पुनर्वास विभाग द्वारा गोविंद पुरी कॉलोनी समस्त विस्थापितों के लिए बनाई गई थी |
उन विस्थापितों की बालिकाओं की शिक्षा व्यवस्था के लिए स्थानीय व्यक्तियों के अथक प्रयास द्वारा “आदर्श शिक्षा” केंद्र नाम से एक सोसाइटी बनाई गई तथा उसका रजिस्ट्रेशन 20 जून 1957 को हुआ |
इस सोसायटी ने आदर्श कन्या विद्यालय की स्थापना की। तदुपरान्त सन् 1959 विद्यालय को जूनियर हाईस्कूल की मान्यता, सन् 1962 में हाईस्कूल की मान्यता तथा सन् 1970 में इण्टरमीडिएट की मान्यता प्राप्त हुई। यह सब विद्यालय के अच्छे परीक्षा परिणाम एंव कुशल प्रबन्ध समिति के प्रयासों का ही फल था।   ...आगे पढ़िए